चुनाव आ गए हे यह आपके लिए नही उन लोगो के लिए हे जिनके लिए ये दीपावली से भी बडा पर्व है क्योंकि दीपावली में तो इनको अपने पैसे से यह सब करना पड़ता है पर चुनाव के समय नेताजी हे न आप चाहे तो आपको भी ये मौका मिल सकता है आपको सिर्फ़ नेताजी आप ही चुनाव जीतोगे नेताजी आपको हराने वाला अभी पैदा ही नही हुआ हे सब बोलना पड़ेगा मेरे हिसाब से एक महीने के दारू मुर्गे के लिए यह सब बोलना महंगा भी नही हे
आप सोच रहे होंगे यह सब क्या हे यह उन लोगो की जमात हे जो चुनाव के समय भासन और रैली की सोभा बढाते हे इनकी रोजी रोटी चुनावी मौसम से ही चलती हे इन लोगो की कोई पार्टी नही होती यह लोग तो सिर्फ़ दारू और मुर्गा भक्त होते है नेता लोग भी जानते हे पर उनको भी पता की नौकरीशुदा लोगो पर हमारे लिए टाइम हे नही तो इन्ही दारू चाप और मुरहा चाप लोगो से कम चलाना हे
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