Saturday, March 14, 2009
यह हे पत्रकारिता
आज का समय इलोक्ट्रोनिक मीडिया का पर कुछ समस्या भी पैदा हो जाती हे प्रतिसप्र्धा इतनी हो गई की समाचार का सत्यापन करने का समय ही नही बचता हे जो ख़बर बनी उसको न्यूज़ पर चलाना हे चाहे उसमे सचाई कितनी हो आज स्ट्रिंगर को ख़बर पर पेसे मिलते हे ख़बर लाओ पेसे लो बेचारा स्ट्रिंगर ख़बर नही मिलती हे तो वोह भी जादू टोन का सहारा लेकर न्यूज़ पर चिपका देता हे कुछ नही होगा तो किसी लड़की के उपर भूत का चाकर चलवा देगा मेरा दोस्त भी मीडिया में हे उसके फोन अक्सर आते हे अरे यार तेरे यह कोई मन्दिर नही हे जहा जादू टोना होता हो या किसी को भूत चढ़ जाता हो मेने काया यार आप लोगो का का जाग्रति का हे या बेबकूफ बनाने का मेरा दोस्त बोला यार टी र पी का खेल हे सब सोचता इससे अच्छे तो मदारी हे खेल दिखने के बाद बोल तो देते हे यह सब नजरबन्द का खेल हे कोई जादू नही
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1 comment:
वाह ये तो आप अन्दर के पोल खोलने लगे? शुकरिया और आशीर्वाद्
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