Friday, June 10, 2011

काला धन या नेता

280 लाख करोड़ का सवाल
है ...भारतीय गरीब है लेकिन भारत
देश कभी गरीब नहीं रहा"* ये
कहना है स्विस बैंक केडाइरेक्टर
का . स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने
यह भी कहा है कि भारत का लगभग
280 लाख करोड़ रुपये
(280 ,00 ,000 ,000 ,000)
उनके स्विस बैंक में जमा है . ये
रकमइतनी है कि भारत का आने वाले
30 सालों का बजट बिना टैक्स के
बनाया जा सकता है.या यूँ कहें
कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए
जा सकते है. या यूँ भी कह सकते
हैकि भारत के किसी भी गाँव से
दिल्ली तक 4 लेन रोड
बनाया जा सकता है. ऐसा भी कहसकते
है कि 500 से ज्यादा सामाजिक
प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते
है . ये रकमइतनी ज्यादा है कि अगर
हर भारतीय को 2000 रुपये हर
महीने भी दिए जाये तो 60साल तक
ख़त्म ना हो. यानी भारत
को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने
कि कोई जरुरतनहीं है .
जरा सोचिये ... हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे
देश कोलूटा है और ये लूट
का सिलसिला अभी तक 2011 तक
जारी है. इस सिलसिले को अब
रोकनाबहुत
ज्यादा जरूरी हो गया है.
अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब
200 सालो तक राजकरके करीब 1
लाखकरोड़ रुपये लूटा. मगर
आजादी के केवल 64 सालों में
हमारे भ्रस्टाचार ने 280लाख
करोड़ लूटा है. एक तरफ 200 साल
में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ
केवल 64सालों में 280 लाख
करोड़ है. यानि हर साल लगभग
4.37 लाख करोड़, या हर
महीनेकरीब 36 हजार करोड़
भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में
इन भ्रष्ट
लोगों द्वारा जमाकरवाई गई है .
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन
की कोई दरकार नहीं है .
सोचो कीकितना पैसा हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और उच्च
अधिकारीयों ने ब्लाक करके
रखा हुआहै . हमे भ्रस्ट
राजनेताओं और भ्रष्ट
अधिकारीयों के खिलाफ जाने
का पूर्ण अधिकारहै .हाल ही में
हुवे घोटालों का आप
सभी को पता ही है - CWG घोटाला,
२ जीस्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श
होउसिंग घोटाला ... और ना जाने
कौन कौन से घोटालेअभी उजागर
होने वाले है ........आप लोग जोक्स
फॉरवर्ड करते ही हो. इसे
भी इतनाफॉरवर्ड
करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... और
एक आन्दोलन बन जाये भ्रष्टाचार
पर एन विट्ठल , किरण बेदी, एपीजे
अब्दुल कलाम की रायएनविट्ठल
( पूर्व केंद्रीय
सतर्कता आयुक्त) : भ्रष्टाचार
समाज में कैंसर कीतरह है और इससे
देश को व्यापक नुकसान हो रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ
आमनागरिकों में रोष भी है।
सभी इसके बारे में चर्चा करते
हैं , लेकिन कोई कुछकरने
की स्थिति में नहीं है।किरण
बेदी (पूर्व आईपीएस अधिकारी):
भारतमें सफेदपोश
अपराधी ही भ्रष्टाचार में लिप्त
हैं। जितना बड़ा अपराध
औरअपराधी होता है उसके बचने
की संभावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।
एपीजेअब्दुल कलाम (पूर्व
राष्ट्रपति): भ्रष्टाचार कैंसर
की तरह देश को निगल रहाहै और अब
इसकी तत्काल कीमोथेरेपी किए
जाने की आवश्यकता है।
भ्रष्टाचारमुक्त भारत बनाना आज
सबसे बड़ी चुनौती है और इसके लिए
युवाओं को आगे आनाहोगा। plz
send your frinds........jara
apane desh ke liye
sochiye ....jai hind


Saturday, June 4, 2011

बाबा ने  नया तमाशा  कर यह बताने की कोशिश की है  वह राजनीती में आने को तैयार है 
यह जनता की ताकत है की सरकार को रात  को २.३० बजे धारा  १४४  लगानी पड़ी और बाबा को उठाना पड़ा 
वैसे काला धन तो सरकार की सम्पति होती है इसमें दो राय क्या है मेरे ख्याल से बाबा को नए आईडिया की जरूरत है जो बाबा को राजनीती में स्थापित करे मै भी जनता से अपील करूगा आप बाबा का साथ दे और बाबा का सपना पूरा करे उनको पधानमंत्री बनवाए धन्यवाद 

Thursday, June 2, 2011

लोकपाल बिल या तमाशा

बाबा रामदेव की जय बोलो में इसलिए कह रहा हूँ  बाबा ने ऐसा दाव खेला की सरकार  भी चित  लोकपाल कमेटी भी चित बाबा ने अपना अंगद वाला पैर अड़ा दिया है चाहे जो भी हो यह नहीं हटेगा  ऐसी बात हमारे नेताओ में होती तो क्या बात थी में ज्यादा तो नहीं जानता पर समझ में नहीं आता की नेता लोग ही बिल के दायरे में नहीं आयगे तो इस बिल को क्या हम चाटेंगे मेरी समझ से तो घोटालो में कही न कही इनकी भूमिका तो होती है तो इन  नेताओ को  इस बिल लाने क्यों नहीं दिया जा रहा है  बेचारी जनता को इस बिल के रूप में एक ऐसा हथियार मिला जो चला नहीं सकते   

Wednesday, June 1, 2011

jai baba ki

चलो आज हम को लगता है की हम सब आज़ाद है कुछ कहने की आज़ादी है यह सब ब्लोगिंग की ही देन हे
यंहा हम जैसे ही कुछ लिख लेते है और कुछ लोगो की सुन लेते है पर आज कल में सोचता हो की बाबा बन जाऊ
१० साल में ५०-६० करोड़ रूपये कमायो सबको खिलायो सब लोग कुछ नेता भी जनता भी में भी प्रवचन दे लेता हूँ
बड़ो का का सम्मान करो किसी का बुरा मत सोचो यह सब रात को दारू की बोटेल पी सब अच्हा हे
इचाधारी बाबा में भी बन जाता हूँ दोस्तों धंधा अच्हा गोर करना

Saturday, March 14, 2009

यह हे पत्रकारिता

आज का समय इलोक्ट्रोनिक मीडिया का पर कुछ समस्या भी पैदा हो जाती हे प्रतिसप्र्धा इतनी हो गई की समाचार का सत्यापन करने का समय ही नही बचता हे जो ख़बर बनी उसको न्यूज़ पर चलाना हे चाहे उसमे सचाई कितनी हो आज स्ट्रिंगर को ख़बर पर पेसे मिलते हे ख़बर लाओ पेसे लो बेचारा स्ट्रिंगर ख़बर नही मिलती हे तो वोह भी जादू टोन का सहारा लेकर न्यूज़ पर चिपका देता हे कुछ नही होगा तो किसी लड़की के उपर भूत का चाकर चलवा देगा मेरा दोस्त भी मीडिया में हे उसके फोन अक्सर आते हे अरे यार तेरे यह कोई मन्दिर नही हे जहा जादू टोना होता हो या किसी को भूत चढ़ जाता हो मेने काया यार आप लोगो का का जाग्रति का हे या बेबकूफ बनाने का मेरा दोस्त बोला यार टी र पी का खेल हे सब सोचता इससे अच्छे तो मदारी हे खेल दिखने के बाद बोल तो देते हे यह सब नजरबन्द का खेल हे कोई जादू नही

Friday, March 13, 2009

मेरी भावना

भावनाओ में वहता हूँ तो लोग कायर समझते हे
भावनाओ में नही वहता हो तो लोग पत्थर दिल समझते हे
नही आता मुझे समझ करू में क्या
दिल करता जाके लगा दू उन पहाडो से छलाग
फिर में भावनाओ में बह जाता हु ।
माँ की ममता की छाँव में
बहन की राखी में
किसी के प्यार में
लेकिन सोचता हु
कब तक बंधा रहूगा इनकी भावनाओ में
कभी तो जाना ही होगा इन भावनाओ को तोड़कर
क्योंकि नही रख पाउँगा जिन्दगी के बाद
इन भावनाओ को सहेजकर

हर वोट पर नोट

मुलायम सिंह और गोविंदा ने सब लोगो को चुनाव जीतने का तरीका बता दिया मुलायम सिंह १०० के नोट बाँट रहे थे तो गोविंदा ५०० के नोट बाँट रहे थे लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अगर २ लाख मतदाताओ को १०० के नोट बांटेतो आप २ करोड़ में सांसद बन सकते हे २ करोड में सांसद बनना कोई बुरा सौदा नही हे इसके न तो आपको किसी पार्टी के दरवाजे पर टिकट के लिए माथा टेकने की जरूरत न प्रचार की जरूरत नेता लोग सुन रहे सभी जानते है की चुनाव में सुरा और नोट का अहम् रोल होता हे पर यह सब अब खुलेआम होने लगा हे लगता मंदी के दौर में भारत तरक्की पर हे